
आंखें और कान योजना टीम के सदस्य पांडव कुमार की मदद से उत्तरी दिल्ली जिला पुलिस ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह शातिर अपराधी कलर प्रिंटर से फोटोकॉपी कर नकली नोट बनाता था। दरअसल, पांडव कुमार मौरिस नगर थाने की आंखें और कान योजना टीम के सदस्य हैं, वह मल्कागंज चौक पर आइसक्रीम बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं।
नकली नोट बनाने वाला अपराधी गिरफ्तार
आंखें और कान योजना टीम के सदस्य पांडव कुमार की मदद से उत्तरी दिल्ली जिला पुलिस ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह शातिर अपराधी कलर प्रिंटर से फोटोकॉपी कर नकली नोट बनाता था। दरअसल, पांडव कुमार मौरिस नगर थाने की आंखें और कान योजना टीम के सदस्य हैं, वह मल्कागंज चौक पर आइसक्रीम बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं, इस बीच उनके पास एक व्यक्ति सौ रुपए का नकली नोट लेकर आया, उसने पचास रुपए की आइसक्रीम ली और बाकी पैसे लेकर चला गया।
आरोपी के पास से 1600 रुपए के नकली नोट बरामद
इस घटना के बाद पांडव कुमार ने उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। एक दिन फिर वही व्यक्ति पांडव कुमार के पास सौ रुपए का नोट लेकर आइसक्रीम लेने आया, उन्होंने तुरंत मौरिस नगर थाने की पुलिस पेट्रोलिंग टीम को सूचना दे दी। टीम ने मौके पर पहुंच कर आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से 1600 रुपए के नकली नोट भी बरामद कर लिए, साथ ही थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पूछताछ में आरोपी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि वह कमला नगर के चंद्रावल इलाके में रहता है और वहीं एक फोटोकॉपी की दुकान चलाता है।
100 और 200 रुपए का नकली नोट बनाता था
आरोपी ने बताया कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए उसने कलर प्रिंटर से 100 और 200 रुपए के नोटों की फोटोकॉपी करके उन्हें रेहड़ी-पटरी वालों के पास चलाने के बारे में सोचा, इसके लिए वह आधी रात के समय का इस्तेमाल करने लगा और एक बार नकली नोट से आइसक्रीम खरीदने में सफल हो गया। इस बीच दिल्ली पुलिस आरोपी से कलर प्रिंटर जब्त कर आगे की जांच में जुट गई है।