
दिल्ली की केजरीवाल सरकार के गेस्ट टीचरों ने स्थायी नौकरी की मांग को लेकर आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना दिया। गेस्ट टीचरों के इस धरने में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए। इस दौरान सिद्धू ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर जमकर हमला बोला।
गेस्ट टीचरों ने केजरीवाल के घर के बाहर दिया धरना
दिल्ली सरकार के गेस्ट टीचरों ने स्थायी नौकरी की मांग को लेकर आज 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना दिया। इस धरने में गेस्ट टीचरों का साथ देने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी धरने में शामिल होकर उनकी मांगों का समर्थन किया। सिद्धू ने एक के बाद एक कई ट्विट कर दिल्ली शिक्षा मॉडल और केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला। सिद्धू के इस कदम को आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
अपने राज्य के मुद्दों को सुलझाना चाहिए- सिद्धू
मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि यहां 22,000 गेस्ट टीचर मजदूर के रूप में काम कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सिद्धू ने पिछले महीने पंजाब के मोहाली में कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए केजरीवाल की खिंचाई की। सिद्धू ने कहा कि पंजाब में लोगों को लुभाने के लिए आने से पहले आपको पहले अपने राज्य के मुद्दों को सुलझाना चाहिए।
‘आप’ वॉलंटियर्स सालाना 5 लाख कमाते हैं- सिद्धू
सिद्धू ने ट्विट करके कहा कि ‘आप’ ने गेस्ट शिक्षकों को स्थायी कर्मचारियों के समान वेतन देने का वादा किया था, लेकिन अब गेस्ट टीचरों की स्थिति और खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) के माध्यम से तथाकथित ‘आप’ वॉलंटियर्स सरकारी फंड से सालाना 5 लाख कमाते हैं, जो पहले स्कूल के विकास के लिए थे।
22,000 गेस्ट टीचर हैं दिल्ली में डेली वेजिस पर
सिद्धू ने कहा कि दिल्ली शिक्षा मॉडल कॉन्ट्रैक्ट मॉडल है, दिल्ली सरकार में 1031 स्कूल हैं, जबकि केवल 196 स्कूलों में प्रधानाध्यापक हैं, 45 फीसदी शिक्षकों के पद खाली हैं और 22,000 गेस्ट टीचर्स द्वारा डेली वेजिस पर स्कूल चलाए जा रहे हैं, हर 15 दिनों में कॉन्ट्रैक्ट के रिन्यूवल के साथ। उन्होंने कहा कि अपने 2015 के घोषणापत्र में ‘आप’ ने दिल्ली में 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेजों का वादा किया था, नौकरियां और कॉलेज कहां हैं, ‘आप’ ने दिल्ली में सिर्फ 440 नौकरियां दी हैं, आपकी असफल गारंटियों के उलट दिल्ली की बेरोजगारी दर पिछले 5 सालों में लगभग 5 गुना बढ़ गई है।
दिल्ली में शिक्षकों की 19,907 पद रिक्त हैं- सिद्धू
सिद्धू ने कहा कि 2015 में दिल्ली में शिक्षकों के 12515 पद खाली थे, लेकिन 2021 में दिल्ली में शिक्षकों की 19907 पद रिक्त हैं, जबकि ‘आप’ सरकार गेस्ट लेक्चरर्स के माध्यम से रिक्त पदों को भर रही है। ध्यान रहे कि 27 नवंबर 2021 को सीएम केजरीवाल पंजाब के मोहाली में कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जो कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स की सेवाओं को नियमित करने सहित कई मांगों को लेकर दबाव बना रहे हैं।
पंजाब विधानसभा में ‘आप’ दूसरे नंबर की पार्टी है
ध्यान रहे कि 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया और 10 साल बाद शिरोमणी अकाली दल-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया था। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि शिरोमणि अकाली दल (SAD) केवल 15 सीटें जीतने में सफल रहा, जबकि भाजपा को 3 सीटें मिलीं थी।