
वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद करने वाले अभिनेता सोनू सूद को ‘एसडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। सोनू सूद को यह सम्मान सुंयक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यानि यूएनडीपी ने दिया है।
यूएनडीपी ने सोनू सूद को दिया अवार्ड
अभिनेता सोनू सूद को यह अवार्ड 28 सितंबर को शाम वर्चुअल सेरेमनी के दौरान दिया गया। स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड मिलने पर सोनू सूद ने खुशी जताई और कहा कि वह यूएनडीपी और इसके प्रयासों को भी सपोर्ट करेंगे। सोनू सूद ने कहा कि यह एक दुर्लभ सम्मान है, संयुक्त राष्ट्र की मान्यता बहुत ही स्पेशल है, मैं वो किया, जो मैं अपने तरीके से थोड़ा-बहुत में कर सकता था, ये सब मैंने अपने देश के लोगों के लिए किया, बिना किसी उम्मीद के, लेकिन ये सम्मान और पहचान मिलने से मुझे अच्छा लग रहा है।
यह अवार्ड पाने वाले सूद दूसरे भारतीय कलाकार
सोनू सूद ने कहा कि मैं 2030 तक एसडीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स) प्राप्त करने के अपने प्रयासों में यूएनडीपी का पूरा समर्थन करता हूं, इन लक्ष्यों के कार्यान्वयन से पृथ्वी और मानव जाति को बहुत लाभ होगा। ध्यान रहे कि यूएनडीपी का यह अवार्ड पाने वाले सोनू सूद दूसरे भारतीय कलाकार हैं, इससे पहले प्रियंका चोपड़ा को यह सम्मान मिल चुका है।
सोनू सूद बने ‘मजदूरों का मसीहा’
सोनू सूद को यह सम्मान देशभर में फंसे हजारों प्रवासी और छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए मिला है, इसके अवाला युवा बच्चों को निशुल्क शिक्षा और मेडिकल सुविधाएं और कोरोना महामारी से प्रभावित हुए बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए दिया गया है। सोनू सूद से मदद पाने वाले या प्रभावित लोगों ने उन्हें ‘मजदूरों का मसीहा’ उपनाम दिया है।
प्रियंका चोपड़ा ने दी सोनू सूद को बधाई
सोनू सूद को स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड मिलने पर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने ट्विट करते हुए लिखा कि सोनू सूद आपको बधाई, आप ये डिजर्व करते हैं, आप भगवान के लिए काम कर रहे हैं, ये बहुत प्रभावित करता है, आप जो कर रहे हैं इसके लिए बहुत धन्यवाद। सोनू सूद ने भी रिप्लाई करते हुए लिखा है कि प्रोत्साहन बढ़ाने वाले शब्दों के लिए शुक्रिया प्रियंका चोपड़ा। ध्यान रहे कि सोनू सूद मार्च-अप्रैल महीने में उस वक्त चर्चा में आए थे जब लॉकडाउन के दौरान उन्होंने हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके घर, गांव भेजने का बीड़ा उठाया था, सोनू सूद लगातार सड़क पर आकर अपनी बसों, गाड़ियों से लोगों को घर भेज रहे थे।