बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज भगवान राम को लेकर एक बड़ा विवादित बयान दिया है। जीतन राम मांझी ने कहा कि रामायण में बहुत सी पंक्तियां हैं जो पढ़ने योग्य हैं, उसकी भी कहीं-कहीं हमलोग चर्चा करते हैं, लेकिन राम भगवान थे ये हम मानने को तैयार नहीं हैं।
मैं राम को भगवान नहीं मानता- मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के मुखिया जीतन राम मांझी ने आज 19 दिसंबर को पटना में आयोजित ‘भुइया मिलन समारोह’ में भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है। भुइया मिलन समारोह को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि हम राम को नहीं मानते हैं, वो आदमी नहीं था, काल्पनिक है वो, मूर्ति पूजते हैं, देवता पूजते हैं इसलिए आस्था वो है. रामायण लिखी गई है, लेकिन उसमें बहुत सी पंक्तियां हैं जो पढ़ने योग्य हैं, समझने योग्य हैं, उसकी भी कहीं-कहीं हमलोग चर्चा करते हैं, लेकिन राम भगवान थे ये हम मानने को तैयार नहीं हैं।
मांझी ने पंडितों पर भी की टिप्पणी
जीतन राम मांझी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि ‘माफ कीजिएगा, लेकिन आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म के प्रति लगाव होता जा रहा है, पहले हमलोग सत्यनारायण भगवान का नाम नहीं जानते थे, आज हर जगह हमलोगों के टोला में सत्यनारायण भगवान की पूजा होता है।’ इस दौरान जीतन राम मांझी ने पंडितों को लेकर भी विवादित शब्द कहा, उन्होंने कहा कि पंडित……..आते है और हमारे यहां खाते नहीं है कहते हमे नगद दे दो।
मांझी ने पंडितों पर बयान के बाद दी सफाई
जीतन राम मांझी ने पंडितों को लेकर दिए गए बयान पर सफाई दी है। जीतन राम मांझी ने कहा कि वो उन्होंने अपने समाज के लिए विवादित शब्द का इस्तेमाल किया है ना कि पंडितों के लिए, अगर इसमें कहीं किसी को गलतफहमी हो गई हो तो माफी चाहते हैं।