उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा सांसद मेनका गांधी का एक बयान सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। मेनका गांधी ने बच्चों को कुरान पढ़ाने की सलाह देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में बच्चों को अंग्रेजी ठीक से नहीं सिखाई जाती है। उन्होंने आगे कहा कि “कुरान मैंने 50 पन्ना पढ़ा है, मोहम्मद साहब शाकाहारी थे।” मेनका गांधी ने कहा कि “इन चार सालों में भारत से नौकरी करने 11 लाख लोग विदेश गए हैं, अगर आपको कभी विदेश जाने का मन करे तो आपको अंग्रेजी बहुत अच्छे तरीके सा आनी चाहिए, ये अंग्रेजी उत्तर प्रदेश में ठीक से नहीं सिखाई जाती है। जब नौकरी के लिए लोग आते हैं तो मैं नाम पूछती हूं, तब लोग कहते हैं माई सेल्फ या आई एम बेसिक्ली, ये ठीक नहीं है, यहां अंग्रेजी शिक्षक मिलना भी बहुत मुश्किल है। अगर अंग्रेजी आपको सिखना है तो किसी फिल्मों के नीचे लिखा होता है, उसको हमें पढ़ना चाहिए।”
सांसद मेनका गांधी का दावा
मेनका गांधी ने कहा कि “हमें चार किताबें पढ़नी चाहिए, एक तो कुरान, एक बाइबल, हमारे हिंदू धर्म में इतनी सारी किताबें हैं महाभारत, रामायण, गीता, और चौथा को Buddhism चुन लें या Jainism चुन लें। ये किताबें यूं हीं हमलोग पढ़ें, इसमें कोई एग्जाम नहीं हो, आप देखेंगे कुरान मैंने 50 पन्ना पढ़ा है, पैगंबर मोहम्मद साहब शाकाहारी थे।” अब मेनका गांधी के इस बयान पर बवाल होना तय माना जा रहा है। इससे पहले पहलवानों के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था कि “अफसोस की बात है, भगवान करे कि उनको न्याय मिले।” इसके बाद विरोधी पार्टियों ने बीजेपी सांसद के बयान के हवाले से सरकार पर सवाल खड़े किए थे, बता दें कि पहलवानों का धरना बीते कई दिनों से जारी है, पहलवान बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं।