
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद (राष्ट्रीय जनता दल) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अब जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को आज झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है।
दुमका कोषागार मामले में लालू प्रसाद को मिली बेल
झारखंड हाई कोर्ट ने आज 17 अप्रैल को लालू प्रसाद यादव को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपए की निकासी के मामले में सशर्त जमानत दे दी है। जस्टिस अपरेश सिंह की बेंच ने जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए सजा की आधी अवधि पूरी करने के आधार पर लालू प्रसाद यादव को दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में जमानत प्रदान की है। गौरतलब है कि चाईबासा और देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में पूर्व में ही लालू प्रसाद यादव को जमानत मिल चुकी है।
लालू प्रसाद आधी से ज्यादा सजा काट चुके- जज
जस्टिस अप्रेश सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद 42 महीने और 11 दिन जेल में रहे हैं, यह आधी सजा से ज्यादा का समय है। जस्टिस अप्रेश सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद 1-1 लाख के 2 सिक्योरिटी बॉन्ड और आईपीसी और पीसी एक्ट के तहत 5-5- लाख का जुर्माना भरने के बाद जेल से बाहर आ सकेंगे। ध्यान रहे कि दुमका कोषागार मामले में लालू प्रसाद को 7 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, लालू प्रसाद आधी सजा काट चुके हैं जिसके बाद उन्हें जमानत दी गई है।
दिल्ली के एम्स भर्ती हैं लालू प्रसाद यादव
ध्यान रहे कि फिलहाल 72 वर्षीय लालू प्रसाद अस्वस्थ हैं और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा है। लालू प्रसाद को करीब 18 तरह की बीमारियां हैं, इनमें टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, पोस्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट, प्रोस्थेटिक हाइपर प्लेसिया, सेकेंड्री डिप्रेशन, लो बैक डिफ्यूज डिस्क, लेफ्ट आई इमैच्योर कैटरेक्ट, राइट लोवर पोल रेनल, प्राइमरी ओपन एंगल ग्लूकोमा, हाइट्रोजेनस थैलेसिमिया, विटामिन डी डिफिशिएंसी समेत ग्रेड वन फैटी लिवर की बीमारियां शामिल हैं।
गरीबों, वंचितों, पिछड़ों का रहनुमा आ रहा है- तेज
लालू यादव को जमानत मिलने के बाद उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ट्विटर पर लिखा है कि ‘गरीबों, वंचितों, पिछड़ों का रहनुमा आ रहा है, बता दो अन्याय करने वालों को हमारा नेता आ रहा है।’ गौरतलब है कि 23 जनवरी, 2021 को लालू प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के बाद रांची के रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में बेहतर इलाज के लिए अनुशंसा की थी, जिसके बाद आनन-फानन में लालू प्रसाद को 1 महीने के लिए एम्स भेजने की अनुमति जेल प्रशासन ने दी थी।