कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी सूद 2 साल तक इस पद पर रहेंगे। सीबीआई के मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है, इसी दिन सूद जॉइन कर सकते हैं।
प्रवीण सूद 3 साल से डीजीपी हैं
ध्यान रहे कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने डीजीपी प्रवीण सूद को नालायक कहा था। 14 मार्च को शिवकुमार ने कहा था कि हमारा डीजीपी नालायक है, वह इस पद के लायक नहीं है, वह 3 साल से डीजीपी हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं, उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए।
सूद की गिरफ्तारी की मांग हुई थी
शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि सूद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर 25 केस दर्ज किए, लेकिन भाजपा नेताओं पर एक भी केस दर्ज नहीं किया, हमने चुनाव आयोग से भी शिकायत की है। उन्होंने प्रवीण सूद की गिरफ्तारी की मांग की थी, शिवकुमार ने कहा था कि चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो सूद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रवीण सूद हिमाचल प्रदेश के हैं
प्रवीण सूद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले हैं, सूद आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट और आईआईएम बेंगलुरु से पोस्ट ग्रेजुएट हैं, वे 22 साल की उम्र में पुलिस सर्विस में आए, वे बेल्लारी और रायचुर जिले में एसपी रहे, इसके अलावा बेंगलुरु और मैसूरु में वे डीसीपी भी रहे। सूद को 1996 में सीएम की ओर से गोल्ड मेडल मिल चुका है। इसके अलावा 2002 में पुलिस पदक और 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति की तरफ से पुलिस पदक दिया गया था। जून 2020 में प्रवीण सूद कर्नाटक के डीजीपी बनाए गए थे।
सूद के अलावा 2 और नाम रेस में थे
इससे पहले शनिवार को सिलेक्शन कमेटी की मीटिंग हुई थी, जिसमें 3 नाम शॉर्टलिस्ट किए गए थे, इसमें प्रवीण सूद के अलावा मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना और सीनियर आईपीएस ताज हासन का नाम शामिल था। रविवार को प्रवीण सूद का नाम फाइनल किया गया।