कर्नाटक में CM पद की रेस में कौन सबसे आगे? किसके पास है ज्यादा विधायकों का समर्थन?…जानिए किसके सिर सजेगा ताज?

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में मिली बंपर जीत के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है। कर्नाटक के कद्दावर नेता सिद्धारमैया और कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम पद के प्रमुख दावेदार हैं। सूत्रों के मुताबिक, डीके शिवकुमार के पास ज्यादा विधायकों का समर्थन है। सूत्रों के मुताबिक, डीके शिवकुमार खेमे में 68 विधायक हैं, जबकि सिद्धारमैया के पास 59 विधायकों का समर्थन है और 8 विधायक जी परमेश्वर के साथ हैं।

सिद्धारमैया सामाजिक जनाधार की वजह से आगे
कांग्रेस के अंदरखाने चार फार्मूलों की चर्चा है। पहला सीएम की रेस में सिद्धारमैया अपनी लोकप्रियता और सामाजिक जनाधार की वजह से आगे हैं, उनके साथ अलग-अलग समाज से 3 डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं, वोक्कलिगा समाज से डीके शिवकुमार, लिंगायत समाज से एमबी पाटिल और दलित समाज से जी परमेश्वर संभावित नाम हैं। तीन उपमुख्यमंत्री बने तो डीके को सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलेगा, अगर केवल डीके उपमुख्यमंत्री बने तो कैबिनेट में एमबी पाटिल और जी परमेश्वर को अहम विभाग दिए जा सकते हैं।

क्या शिवकुमार के नाम पर लगेगी मुहर?
दूसरा डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं, उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने बंपर जीत दर्ज की है, लेकिन उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ 40% कमीशन भ्रष्टाचार का अभियान चलाया था, ऐसे में कांग्रेस किसी साफ छवि के नेता को सीएम बनाना चाहेगी। हालांकि, डीके शिवकुमार का तर्क है कि उन पर दर्ज मामले राजनीति से प्रेरित हैं।

जी परमेश्वर की लग सकती है लॉटरी
तीसरा अगर भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण डीके शिवकुमार सीएम की रेस में पिछड़ जाते हैं और वो सिद्धारमैया के नाम पर वीटो कर देते हैं तो फिर जी परमेश्वर की लॉटरी लग सकती है। जी परमेश्वर और डीके शिवकुमार के बीच ढाई-ढाई साल का फार्मूला लगाया जा सकता है। सबसे अहम यह है कि परमेश्वर खरगे की पसंद भी बताए जाते हैं।

एमबी पाटिल छुपे रुस्तम हो सकते हैं
चौथा कांग्रेस के करीब 37 विधायक लिंगायत समाज से हैं, ऐसे में लिंगायत नेता एमबी पाटिल भी छुपे रुस्तम साबित हो सकते हैं।

विधायक दल की बैठक में होगी चर्चा
रविवार की कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक विधायकों की राय सुनेंगे और फिर आलाकमान को नेता यानी सीएम चुनने के लिए अधिकृत किया जाएगा। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर कांग्रेस आलाकमान यानी पार्टी अध्यक्ष और गांधी परिवार मंथन कर सीएम तय करेगा।

कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी
ध्यान रहे कि 10 मई को हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नजीते शनिवार को आए, जिसमें कांग्रेस ने बंबर जीत हासित की थी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 135 सीटें जीत कर पहले पर रही, जबकि भाजपा को 66, जेडीएस को 19 और अन्य को 4 सीटें मिली थी।

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