
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण 21 दिनों के चल रहे देशव्यापी लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी बहादुरी वर्षों तक हर भारतीय को प्रेरित करती रहेगी।
मोदी ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों का नमन किया
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के चल रहे देशव्यापी लॉक डाउन के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी बहादुरी वर्षों तक हर भारतीय को प्रेरित करती रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विट करके कहा कि मैं आज के दिन जालियांवाला बाग में बेरहमी से मारे गए शहीदों को नमन करता हूं, हम उनकी वीरता एवं बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे, इन शहीदों की वीरता वर्षों तक हर भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने आज देशवासियों को बैशाखी पर्व की बधाई भी दी।
रौलेक्ट एक्ट के विरुद्ध सभा पर जनरल डायर ने चलवाई थी गोलियां
ध्यान रहे कि भारत के पंजाब प्रांत के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास जालियांवाला बाग में आज ही के दिन 13 अप्रैल, 1919 (बैशाखी के दिन) रौलेक्ट एक्ट के विरुद्ध एक सभा हो रही थी, तभी अंग्रेज ऑफिसर जनरल डायर ने इस सभा पर गोलियां चलवा दीं, जिसमें 400 से ज्यादा लोग मारे गए थे। अनाधिकृत आंकड़ों के अनुसार, जालियांवाला बाग हत्याकांड में 1000 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जबकि करीब 2000 लोग घायल हुए थे।
ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत बनी थी जालियांवाला बाग हत्याकांड
गौरतलब है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर यदि किसी एक घटना ने सबसे ज्यादा प्रभाव डाला था, तो वह घटना जालियांवाला बाग हत्याकांड ही था। माना जाता है कि जालियांवाला बाग हत्याकांड ही भारत में ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत बनी थी। ध्यान रहे अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 9200 को पार कर चुकी है, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1096 हो गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 332 हो चुकी है।