
मनी लॉन्ड्रिंग मामले प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने मशहूर पत्रकार राणा अयूब के 1.77 करोड़ रुपए जब्त कर लिए हैं। दरअसल, राणा अयूब के खिलाफ कोरोना के मरीजों और कुछ पूर्वी राज्यों में बाढ़ पीड़ितों के लिए चंदा जुटाने के संबंध में धोखाधड़ी और पैसे खुद पर खर्च करने का आरोप है।
राणा अयूब के 1.77 करोड़ रुपए जब्त
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पत्रकार राणा अयूब के 1.77 करोड़ रुपए जब्त किए हैं। राणा अयूब के 1.77 करोड़ रुपए जब्त किए जाने के बाद ईडी के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कथित तौर पर 3 अभियानों के लिए दिए गए दान का सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया। ईडी ने यह कदम उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर उठाया है। गौरतलब है कि पत्रकार अयूब राणा के खिलाफ 10 सितंबर 2021 को उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत केस दर्ज किया था।
राणा अयूब ने 28 लाख रुपए का उपयोग किया
ईडी अधिकारियों का कहना है कि राणा अयूब ने कोविड-19, बाढ़ राहत और प्रवासियों के लिए 3 ऑनलाइन अभियान शुरू किए थे, यह एक तरह की क्राउड फंडिंग थी, उन्हें एफसीआरए (FCRA- Foreign contribution regulation Act) की मंजूरी के बिना विदेशी योगदान मिला। हालांकि, इनकम टैक्स और ईडी की कार्रवाई के बाद पत्रकार राणा अयूब ने विदेशी चंदा वापस कर दिया। निजी खर्चों के लिए लिया चंदे का इस्तेमाल विदेशी चंदे की वापसी के बाद भी पत्रकार राणा अयूब के पास करीब 2 करोड़ रुपए थे, लेकिन कथित तौर पर केवल 28 लाख रुपए का उपयोग किया गया था। ईडी का कहना हि कि राणा अयूब ने गोवा की यात्रा जैसे निजी खर्चों के लिए चंदे का इस्तेमाल किया।
राणा अयूब ने 50 लाख रुपए की एफडी की थी
ध्यान रहे कि राणा अयूब ने कथित तौर पर दान के पैसे का उपयोग करके 50 लाख रुपए की फिक्स डिपोजिट (एफडी) भी की थी। पूछताछ के दौरान पत्रकार राणा अयूब ने ईडी को बताया कि एफडी इसलिए किया गया ताकि उसे कुछ ब्याज मिल सके और एक अस्पताल बनाया जा सके, हालांकि बैंक मैनेजर ने राणा अयूब के दावों का कथित तौर पर खंडन किया है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए जुटाए 2.69 करोड़ रुपए ED के नाम जमा किए गए दस्तावेजों के मुताबिक, राणा अयूब ने चैरिटी के लिए ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म केट्टो (Ketto) के जरिए साल 2020 और 2021 में 2.69 करोड़ रुपए जुटाए थे।
मुंबई पुलिस ने किया सिद्धार्थ को गिरफ्तार
एक तरफ ईडी ने पत्रकार राणा अयूब के करोड़ों रुपए जब्त कर लिए हैं, तो दूसरी तरफ उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाले शख्स को मुंबई पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ श्रीवास्तव के तौर पर हुई है, सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने पत्रकार राणा अयूब के काम को लेकर उन्हें चेतावनी दी थी और कहा था कि अगर उन्होंने अपना काम नहीं रोका तो वो उनकी हत्या कर देगा। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने जान से मारने की धमकी देने के अलावा राणा अयूब को अपशब्द भी कहे थे, आरोपी ने एक फेक इंस्टाग्राम अकाउंट बना रखा था।
गुजरात फाइल्स की लेखिका हैं राणा अय्यूब
गौरतलब है कि राणा अय्यूब स्वतंत्र पत्रकार हैं और कई मीडिया संस्थानों के लिए लिखती हैं, इनमें अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट भी शामिल है जिसके लिए वो स्तंभ लिखती हैं, वो साल 2002 के गोधरा दंगों पर खुद की हुई जांच और स्टिंग ऑपरेशनों पर आधारित किताब ‘गुजरात फाइल्स’ की लेखिका हैं, उन्हें केंद्र की मोदी सरकार के मुखर आलोचक के रूप में जाना जाता है, इस आलोचना की वजह से उन्हें कई बार बलात्कार और हत्या की धमकियां मिल चुकी हैं।