
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में रिसर्च तथा इनोवेशन की दिशा में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे लोगों की प्रशंसा की।
मोदी ने कोविड-19 से लड़ाई के लिए रिसर्च तथा इनोवेशन में जुटे लोगों की प्रशंसा की
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में रिसर्च तथा इनोवेशन की दिशा में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे लोगों की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी दुनिया को कोविड-19 से मुक्त कराने के प्रयासों में कई तरह की मदद कर रहा है, मैं उन सभी लोगों को सलाम करता हूं, जो कोविड-19 को हराने के रास्ते तलाशने में रिसर्च तथा इनोवेशन के अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे हैं।
वर्ष 1998 में 11 मई का दिन एक ऐतिहासिक क्षण था- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आज ट्विट करके कहा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर हमारा देश उन सभी लोगों को सलाम करता है, जो प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल दूसरे लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम आज के दिन यानि 11 मई, 1998 में हमारे वैज्ञानिकों द्वारा हासिल की गई असाधारण उपलब्धि को याद करते हैं, यह भारत के इतिहास में एक अदभूत ऐतिहासिक क्षण था। मोदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मानव जाति धरती को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल जारी रखेगी।
मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व को सराहा
ध्यान रहे कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पोखरण (राजस्थान) में हुए परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ है, वर्ष 1998 में 11 मई को भारत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 5 परमाणु परीक्षणों में से पहले 3 का सफल परीक्षण किया था, जबकि 2 का सफल परीक्षण 13 मई, 1998 को किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1998 का पोखरण परीक्षण यह भी दिखाता है कि मजबूत राजनीतिक नेतृत्व क्या बड़े बदलाव ला सकता है।