
लखनऊ में आज उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने कानून व्यवस्था, महंगाई जैसे मुद्दों पर अखिलेश यादव के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला था, जिसे पुलिस ने रोक दिया, जिसके बाद अखिलेश यादव धरने पर बैठक गए हैं।
विधायकों के साथ धरने पर बैठे अखिलेश
उत्तर प्रदेश में विधानसभा का मॉनसून सत्र आज 19 सितंबर 2022 से शुरू हुई। इस मॉनसून सत्र से पहले मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला, जिसको लखनऊ पुलिस ने रोक दिया। पुलिस का आरोप है कि सपा ने पैदल मार्च के दौरान रुट फॉलो नहीं किया है। वहीं पुलिस द्वारा रोके जाने पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ रोड़ पर धरने पर बैठक गए हैं। पैदल मार्च के दौरान अखिलेश यादव के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखाई दिया, जिसके कुछ देर बाद ही विधायकों समेत अखिलेश यादव को लखनऊ पुलिस ने रोक दिया।
क्या कहा सीएम योगी ने?
इस दौरान लखनऊ पुलिस ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिस ने पैदल मार्च के रूट का फॉलो नहीं किया है, इसलिए उन्हें आगे बढ़ने से रोका गया है। वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा से नियमों के पालन की उम्मीद कपोल कल्पना है, आंदोलन के लिए उन्हें नियमानुसार अनुमति मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी दल और नेता को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने में कोई बुराई नहीं है, हर व्यक्ति को अधिकार है, नियमानुसार उन्होंने कोई अनुमति मांगी होगी तो पुलिस उन्हें सुरक्षित और सही मार्ग आवश्य देगी, ये जिम्मेदारी नेता और संगठन का दायित्व बनाता है कि वे अपने किसी भी आंदोलन के लिए नियम के अनुसार अनुमति मांगें, इसके साथ ही वे सुनिश्चित करें कि बिना लोगों को समस्या पहुंचाए, अपने काम को पूरा करें।