उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर आज मेरठ में अखिलेश सिंह और जयंत चौधरी की एक चुनावी रैली में जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसके कारण भीड़ बेकाबू हो गई, इस दौरान काफी धक्का-मुक्की हुई। भीड़ की वजह से मंच टूट गया, जिस वजह से लाइव प्रसारण बंद करना पड़ा, रैली के दौरान पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
अखिलेश-जयंत पहली बार एक मंच से दहाड़े
मेरठ में सरधना के दबथुआ क्षेत्र में आज 7 दिसंबर को आयाजित सपा और रालोद की संयुक्त रैली में बेतहाशा भीड़ उमड़ी, इनमें बच्चे, जवान, बूढ़े और महिलाएं सभी शामिल थे। ऐसा पहली बार था कि जब अखिलेश और जयंत दोनों ही दिग्गज नेता एक मंच से दहाड़े, उन्होंने मंच से गठबंधन को 2022 का चुनाव जिताने का आह्वान किया और मौजूदा योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। गठबंधन की इस रैली पर जहां राजनीतिक जानकारों की नजरें टिकी रहीं, वहीं इस रैली में उमड़ी भीड़ ने भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ा दी हैं। दोनों नेताओं के सधे हुए भाषण और रैली में उमड़े जनसैलाब के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। करीब 1 घंटे के भाषण के बाद जब दोनों नेता वापस जाने के लिए हेलीकॉप्टर तक पहुंचे तो भीड़ बेकाबू हो गई। एक समर्थक जयंत चौधरी को पानी की बोतल देने के लिए हेलीकॉप्टर तक दौड़ पड़ा, तो पुलिस ने उसे दबोच लिया और उस पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसा दीं।
2022 में बदलाव होकर रहेगा- अखिलेश
रैली स्थल के मंच से अखिलेश यादव का भाषण 1 बजकर 35 मिनट पर शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि 2022 में बदलाव होकर रहेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि लाल, हरा, सफेद और पीला रंग दिख रहा है, एक रंगी कभी किसी के जीवन में खुशहाली नहीं ला सकता है। उन्होंने कहा कि ये सरकार जाने वाली है, परिवर्तन होकर रहेगा, ऐलान है कि भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी, सभी लोग मदद करना।
गरीब लोगों को बिजली बिल से राहत देंगे- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों का हक मिले और एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो, भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है, गठबंधन किसानों को उनका हक दिलाएगा, भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है, मान छीना है, भाजपा को जाना होगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी व रालोद मिलकर सरकार बनेगी तो गरीब लोगों को बिजली बिल से राहत देंगे।
भाजपा को सरकार गंवानी पड़ेगी- जयंत
चौधरी जयंत सिंह का भाषण 1 बजकर 45 मिनट पर शुरू हुआ। जयंत चौधरी ने जनसैलाब को राम-राम करते हुए कहा कि क्रांति भूमि पवित्र धरती को नमन करता हूं, 1857 से पहले या उसके बाद जब भी देश को जरूरत पड़ी यहां के बेटे-बेटियों ने हमेशा मुकबाला किया, राजनीति में दिखावा बहुत हो चुका है, 1 साल किसानों का अपमान हुआ, भाजपा के किसी पद पर बैठे किसी नेता की हिम्मत नहीं इस पर बोले। उनहोंने कहा लखनऊ में अदब है, मेरठ में गजब है, यह चौधरी चरण सिंह की कर्म भूमि है, युवा कह रहे हैं भाजपा को सरकार भी गंवानी पड़ेगी।
रैली में पुलिस की व्यवस्थाएं फेल हो गई
परिवर्तन संदेश रैली में उमड़े जनसमूह के बीच रैली खत्म होने के बाद जयंत और अखिलेश के काफिला जब हेलीपैड पर पहुंचा तो वहां कार्यकर्ता घुस गए हेलीपैड पर भी दोनों नेताओं से मिलने की कार्यकर्ताओं की होड़ लगी रही। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस की व्यवस्थाएं भी फेल हो गई। जयंत-अखिलेश के जाने के दौरान हेलीपैड पर कार्यकर्ताओं ने हेलीकॉप्टर को घेर लिया, बड़ी ही मशक्कत के बाद दोनों नेताओं को हेलीकॉप्टर में अंदर बैठाया गया, इसके बाद भी जनता बेकाबू रही, रास्ता तोड़कर जनता अंदर घुस रही थी, भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।