कोरोना संकट काल में नौकरी के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए जॉब पोर्टल पर 40 दिनों के अंदर ही 69 लाख लोगों ने अप्लाई किया था, लेकिन इनमें से सिर्फ 2 फीसदी को ही नौकरी मिल पाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जुलाई को इस जॉब पोर्टल का उद्घाटन किया था।
सिर्फ 2 फीसदी को ही नौकरी मिल पाई
कोरोना संकट काल में नौकरी के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए जॉब पोर्टल पर 40 दिनों के अंदर ही 69 लाख लोगों ने अप्लाई किया था, लेकिन इनमें से सिर्फ 2 फीसदी को ही नौकरी मिल पाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जुलाई को इस जॉब पोर्टल का उद्घाटन किया था। इस जॉब पोर्टल 40 दिन के भीतर ही 69 लाख लोगों ने इस पर रजिस्ट्रेशन कराया था। स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मिनिस्ट्री के ASEEM पोर्टल पर नौकरी की तलाश कर रहे 3.7 लाख लोगों में से सिर्फ 2 फीसदी लोगों को नौकरी मिली।
जॉब पोर्टल पर 69 लाख लोगों ने अप्लाई की
69 लाख प्रवासी कामगारों ने इस पर जॉब के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, इनमें से सिर्फ 1.69 लाख लोगों को ही इसके जरिए काम मिल सका, लेकिन सिर्फ 7700 लोगों को ही काम शुरू कर सके। पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु में कामगारों की भारी कमी है, क्योंकि इन राज्यों में काम करने वाले ज्यादातर प्रवासी मजदूर बिहार और यूपी है, लिहाजा उनके लौटने से कामगारों की भारी कमी हो गई है।
नौकरी चाहने वालों में 80 फीसदी का इजाफा
पिछले एक हफ्ते यानि 14 से 21 अगस्त के बीच नौकरी चाहने वालों की संख्या 2.97 लाख से बढ़ कर 3.78 लाख हो गई, यानि इसमें 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन इसकी तुलना में नौकरी पाने वालों की संख्या में सिर्फ 9.7 फीसदी का इजाफा हुआ। इस दौरान नौकरी पाने वालों की संख्या 7009 से बढ़ कर 7700 हो गई। ASEEM पोर्टल के मुताबिक, 116 जिलों में शुरू किए गए गरीब कल्याण योजना तहत शुरू की गई रोजगार स्कीमों में नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में महिलाओं की संख्या केवल 5.4 फीसदी थी। हालांकि, 14 से 21 अगस्त तक जॉब पोर्टल पर जॉब पोस्ट करने वाली कंपनियों की संख्या बढ़कर 419 से 443 हो गई थी।