पूर्व रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्टेंशन मैनेजर यानि सीपीटीएम के नाम से जारी तथाकथित मेल को लेकर आज सोशल मीडिया में अफवाहों का बाजार खूब गर्म रहा। उस मेल में कहा गया है कि देश में सभी रेलगाड़ियां अगले 30 सितंबर तक बंद रहेंगी। इनमें मेल और एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ी तथा ईएमयू—डीएमयू शामिल हैं। इसे पूर्व रेलवे के सभी डिविजन हेडक्वार्टर को मार्क किया गया है।
रेलवे बोर्ड ने मेल को फर्जी करार दिया
पूर्व रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्टेंशन मैनेजर यानि सीपीटीएम के नाम से जारी तथाकथित मेल को लेकर आज यानि 10 अगस्त को सोशल मीडिया में अफवाहों का बाजार खूब गर्म रहा। उस मेल में कहा गया है कि देश में सभी रेलगाड़ियां अगले 30 सितंबर तक बंद रहेंगी। इनमें मेल और एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ी तथा ईएमयू—डीएमयू शामिल हैं, इसे पूर्व रेलवे के सभी डिविजन हेडक्वार्टर को मार्क किया गया है। रेलवे बोर्ड से जब इस बारे में पूछा गया तो उसने इसे फर्जी करार दिया।
ऐसा कोई ऑर्डर इश्यू नहीं- रेलवे बोर्ड
रेलवे बोर्ड ने कहा कि उसकी तरफ से ऐसा कोई ऑर्डर इश्यू नहीं किया गया है, रेलवे बोर्ड ने जो चिट्ठी निकाली है, उसमें अगले आदेश तक के लिए सभी ट्रेनों को रद्द किया गया है, इस दौरान स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी। इससे पहले 25 जून को रेलवे बोर्ड ने सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन सेवाओं के साथ उपनगरीय ट्रेनें 12 अगस्त तक के लिए रद्द किया था।
रेल मंत्रालय ने कोई सर्कुलर जारी नहीं किया
रेल मंत्रालय ने भी इस बारे में ट्वीट किया है कि मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही हैं कि नियमित ट्रेनों को 30 सितंबर तक रद्द कर दिया गया है, यह सही नहीं है, इस बारे में रेल मंत्रालय ने कोई सर्कुलर जारी नहीं किया है। स्पेशल मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन जारी रहेगा। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 22 मार्च से पैसेंजर ट्रेनों और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था, यह पहला मौका है जब देश में रेल सेवाएं रोकी गई हैं। हालांकि, देश में जहां तहां फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं तथा 12 मई से राजधानी के 15 मार्ग पर स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं और फिर 1 जून से 100 जोड़ी ट्रेनें शुरू की गई थीं।