
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट यानि आईआईपीएम के डायरेक्टर अरिंदम चौधरी को सर्विस टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। अरिंदम चौधरी की गिरफ्तारी यूजीसी की शिकायत पर हुई है। बताया जा रहा है कि अरिंदम चौधरी की गिरफ्तारी सेंट्रल जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने की है।
अरिंदम चौधरी टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट के डायरेक्टर अरिंदम चौधरी को सर्विस टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। अरिंदम चौधरी की गिरफ्तारी यूजीसी की शिकायत पर हुई है। बताया जा रहा है कि अरिंदम चौधरी की गिरफ्तारी सेंट्रल जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने की है। यूजीसी ने सेंट्रल जीएसटी के पास आईआईपीएम और अरिंदम पर सर्विस टैक्स चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद गिरफ्तारी की घटना को अंजाम दिया गया है।
अरिंदम चौधरी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में
जीएसटी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि कि अरिंदम चौधरी पर बैलेंसशीट में हेराफेरी का आरोप है। अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार करने के बाद सीजीएसटी की टीम ने दिल्ली की एक अदालत में उन्हें पेश किया, जिसके बाद अदालत ने अरिंदम चौधरी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जिस कंपनी में हेराफेरी की बात कही जा रही है, उस कंपनी का 90 फीसदी शेयर अरिंदम के पास ही है।
इससे पहले अरिंदम चौधरी मार्च में हुए थे गिरफ्तार
अरिंदम चौधरी पर करीब 23 करोड़ रुपए के सर्विस टैक्स क्रेडिट अनुचित दावे से संबंधित आरोप हैं। ध्यान रहे कि इसी साल मार्च में जब अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया था उस वक्त उनपर जाली सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप लगे थे। पुलिस ने अरिंदम चौधरी को मेडिकल डिग्री का जाली सर्टिफिकेट अवैध रूप से जमा के आरोप में पकड़ा था।