देशव्यापी जारी लॉक डाउन के दौरान केरल सरकार ने शराब पीने वालों को बड़ी राहत देते हुए पास जारी करने का निर्णय लिया। केरल सरकार ने डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन पर विशेष अल्कोहल पास देने का निर्णय लिया है।
डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन पर दिया जाएगा शराब पास
कोरोना वायरस महामारी के कारण 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच 21 दिनों की देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान केरल सरकार ने शराब पीने वालों को बड़ी राहत दी है। केरल सरकार ने 30 मार्च, 2020 को डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन पर विशेष अल्कोहल पास देने का निर्णय लिया है। यह पास उन लोगों को ही दिया जाएगा जो शराब की लत को तत्काल छोड़ नहीं सकते हैं। जिन लोगों को यह विशेष अल्कोहल पास दिया जाएगा वे लोग आबकारी विभाग से शराब खरीद सकते हैं। इसके लिए केरल सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
शराब नहीं मिलने के कारण कई लोगों ने की आत्महत्या
केरल सरकार के अनुसार, देशव्यापी लॉक डाउन की वजह से राज्य से शराब की दुकाने बंद होने के कारण राज्य में आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं। नियमित रूप से अल्कोहल का सेवन करने वाले लोग हताशा का शिकार हो रहे हैं, इसी मामले को सुलझाने के लिए ही राज्य सरकार ने डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन पर विशेष अल्कोहल पास देने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के अधिसूचना के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति सरकारी डॉक्टर या सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन को निकटतम आबकारी रेंज कार्यालय में जमा करवा सकता है। डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन में इस बात का जिक्र होना चाहिए की वो व्यक्ति तत्काल शराब को नहीं छोड़ सकता। सरकार ने इसके लिए एक फॉर्म भी जारी कर दिया है, जिसे शराब पास लेने के लिए भरना होगा। फार्म भरने के बाद उस व्यक्ति की छानबीन करने के बाद आबकारी विभाग उस व्यक्ति को इंडियन मेड फॉरेन लिकर खरीदने की अनुमति देगा।
कोडंगलूर और कयाकमुलम में दो व्यक्ति ने की आत्महत्या
ध्यान रहे कि केरल के त्रिशूर जिले के कोडंगलूर में 28 मार्च को एक व्यक्ति ने शराब नहीं मिलने के बाद नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली थी। एक और अन्य घटना में कयाकमुलम में एक सैलून में काम करने वाले युवक ने शराब नहीं मिलने के बाद शेविंग लोशन पी लिया था, जिससे उसकी मृत्यु हो गई थी।
अल्कोहल पास का मेडिकल एसोसिएशनों ने विरोध किया
केरल सरकार के इस विशेष अल्कोहल पास देने के निर्णय पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि सरकार का यह कदम वैज्ञानिक आधार पर नहीं है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, राज्य सरकार को अल्कोहल पास के बजाय ऐसे व्यक्ति का अस्पतालों में ईलाज कराया जाना चाहिए था। केरल सरकार के मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन भी सरकार के इस आदेश का विरोध कर रहा है।