
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का पुनर्गठन किया है। इसके जेपी नड्डा अध्यक्ष होंगे। भाजपा के संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर कर दिया गया है।
नितिन गडकरी व शिवराज सिंह संसदीय बोर्ड से बाहर
भाजपा ने अपने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का आज 17 अगस्त 2022 को ऐलान कर दिया है। संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को बाहर किया गया है। भाजपा के इस संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे। सर्वानंद सोनोवाल और बीएस येदियुरप्पा को भाजपा ने बोर्ड में शामिल किया है। ध्यान रहे कि संसदीय बोर्ड भाजपा की सबसे ताकतवर संस्था है, पार्टी के तमाम बड़े फैसले इसी बोर्ड के जरिए लिए जाते हैं।
शाहनवाज व ओरम को चुनाव समिति से हटाया गया
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को संसदीय बोर्ड में तो जगह नहीं मिली, लेकिन उन्हें दूसरी ताकतवर संस्था केंद्रीय चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया है। उनके अलावा केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान से आने वाले ओम माथुर को भी केंद्रीय चुनाव समिति में जगह दी गई है। केंद्रीय चुनाव समिति से शाहनवाज हुसैन को हटाया गया है, वहीं इस अहम समिति से जोएल ओरम को भी भाजपा ने हटाया है।
BJP संसदीय बोर्ड की पूरी लिस्ट
1. जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष)
2. नरेंद्र मोदी
3. राजनाथ सिंह
4. अमित भाई शाह
5. बी. एस. येदयुरप्पा
6. सर्बानंद सोनोवाल
7. के. लक्ष्मण
8. इकबाल सिंह लालपुरा
9. सुधा यादव
10. सत्यनारायण जटिया
11. बी एल संतोष (सचिव)
BJP की केंद्रीय चुनाव समित
1. जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष)
2. नरेंद्र मोदी
3. राजनाथ सिंह
4. अमित भाई शाह
5. बी. एस. येदयुरप्पा
6. सर्बानंद सोनोवाल
7. के. लक्ष्मण
8. इकबाल सिंह लालपुरा
9. सुधा यादव
10. सत्यनारायण जटिया
11. भूपेन्द्र यादव
12. देवेन्द्र फडणवीस
13. ओम माथुर
14. बीएल संतोष (सचिव)
15. वनथी श्रीनिवास (पदेन)
क्यों ताकतवर संस्था है संसदीय बोर्ड
भाजपा के संसदीय बोर्ड को पार्टी की सबसे ताकतवर संस्था के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रीय स्तर या फिर किसी भी राज्य में अगर गठबंधन की बात होती है तो उसमें संसदीय बोर्ड का ही फैसला अंतिम माना जाता है, इसके अलावा राज्यों में विधान परिषद या विधानसभा में लीडर चुनने का काम भी यही बोर्ड करता है।
केंद्रीय चुनाव समिति की क्या है ताकत?
केंद्रीय चुनाव समिति भाजपा में दूसरी सबसे ताकतवर संस्था के तौर पर जानी जाती है। केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव के टिकटों पर फैसला लेते हैं, इसके अलावा ये भी तय करती है कि कौन सीधे चुनावी राजनीति में आएगा और कौन इस राजनीति से बाहर रखा जाएगा। चुनावी मामलों की सभी शक्तियां पार्टी की चुनाव समिति के पास है।