पूर्वी लद्दाख के कुछ क्षेत्रों में एलओसी यानि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच आज उच्चस्तरीय मीटिंग का दौर चलता रहा, इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत तथा तीनों सेना प्रमुखों के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अजित डोभाल तथा जनरल विपिन रावत के साथ बैठक की
पूर्वी लद्दाख के कुछ क्षेत्रों में एलओसी यानि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच आज उच्चस्तरीय मीटिंग का दौर चलता रहा, इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए यानि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सीडीएस यानि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत तथा तीनों सेना प्रमुखों के साथ बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में बाह्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की सैन्य तैयारियों पर चर्चा की गई।
राजनाथ सिंह ने सभी शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की
प्रधानमंत्री मोदी के इस मीटिंग से पहले इन सभी शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ करीब 4 घंटे तक मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक, सीडीएस तथा सेना के तीनों सेना के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री मोदी को पूर्वी लद्दाख में बदलते हालात से अवगत कराया है। ध्यान रहे कि पेंगोंग त्सो, गलवान घाटी, डेमचोक तथा दौलत बेग ओल्डी में भारत-चीन के सैनिक पिछले करीब 20 दिनों से एक-दूसरे की आखों में आखों डाले खड़े हैं।
एलओसी के किनारे निर्माण कार्य जारी रहना चाहिए– राजनाथ
सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मीटिंग में सीडीएस तथा तीनों सैन्य प्रमुखों को साफ-साफ कह दिया कि लद्दाख, सिक्किम, उत्तारखंड या अरुणाचल प्रदेश कहीं भी एलओसी के किनारे-किनारे हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा की जरूरत नहीं है और निर्माण कार्य जारी रहना चाहिए। ध्यान रहे कि भारत तथा चीन के लोकल कमांडरों के बीच 5 दौर की वार्ता फेल होने के बाद दोनों देशों के उच्चस्तरीय सैन्य कमांडर भी 2 बार मिल चुके हैं।
भारत-चीन के सैनिकों के बीच 5 मई तथा 9 मई को हिंसक झड़प हुई थी
भारत-चीन के सैनिकों के बीच 5 मई को पूर्वी लद्दाख तथा 9 मई को उत्तरी सिक्किम में हिंसक झड़पों के बाद से चीन ने पेंगोंग त्सो लेक, गलवान घाटी, डेमचोक तथा दौतल बेग ओल्डी में अपने सैनिकों की संख्या में काफी वृद्धि कर दी है, जवाब में भारतीय सेना भी सैनिकों की तादाद बढ़ाकर सीमा की आक्रामक निगरानी कर रही है।
चीनी सेना युद्ध के लिए तैयार रहे- शी चिनफिंग
भारत और चीन के बीच लगातार बढ़ रहे सैन्य तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आज सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की बैठक में कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के प्रशिक्षण को व्यापक रूप से बढ़ाया जाए और सेना को युद्ध के लिए तैयार रहे। शी चिनफिंग ने कहा कि चीनी सेना पूरी दृढ़ता के साथ देश की संप्रभुता की रक्षा करें।