कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश को चार लोग चला रहे हैं- हम दो हमारे दो।
आज चार लोग देश को चला रहे हैं- राहुल
राहुल गांधी ने आज 11 फरवरी को लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि कभी एक वक्त ‘हम दो, हमारे दो’ का क्यूट-सा लोगो हुआ करता था, जिसमें प्यारे-प्यारे, मोटे-मोटे चेहरे होते थे, अब देश में सब कुछ ‘हम दो, हमारे दो’ के लिए ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज चार लोग देश को चला रहे हैं।
किसान अंधेरे में टॉर्च दिखा रहे हैं- राहुल
राहुल गांधी ने किसान आंदोलन और रोजगार के मसले पर भी मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। राहुल गांधी ने कहा कि आप सब महसूस करते होंगे कि यह किसानों का विरोध प्रदर्शन हैं, लेकन आप लोग गलत हैं, यह देश का विरोध प्रदर्शन है, किसान केवल हमें रास्तान दिखा रहे हैं, अंधेरे में टॉर्च दिखा रहे हैं। नए कृषि कानून न केवल किसानों को बर्बाद करेगा बल्कि मध्येम वर्ग, छोटे दुकानदारों तथा छोटे कारोबारियों पर भी इसका विपरीत असर होगा, यह देश की ग्रामीण अर्थव्योवस्थां को तबाह करके रख देगा। उन्होंाने कहा कि भारत विकास दर था रोजगार का सृजन नहीं कर पा रहा है, यह सब केवल इसलिए होगा कि ‘हम दो, हमारे दो’ के लाभ के लिए देश की रीढ़ को तोड़कर रख दिया गया है।
कृषि कानून के खिलाफ हैं देशभर के किसान- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी देश को ‘हम दो, हमारे दो’ के सिद्धांत पर चला रहे हैं, यह सिद्धांत हमारे सामने नोटबंदी, जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टेक्सर) और हाल के नए कृषि कानून के रूप में सामने आया है, जिसके खिलाफ देशभर के किसान आवाज उठा रहे हैं। उन्होंूने कहा कि इस सरकार ने ‘हम दो, हमारे दो’ के स्लोसगन को नए मायने दिए हैं। देश इस समय चार लोगों के द्वारा चलाया जा रहा है- हम दो, हमारे दो, हालांकि यह बात कहते हुए राहुल ने किसी का नाम नहीं लिया, केवल इतना कहा कि हर कोई इन्हें जानता है।
मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है, मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा, मैं प्रदर्शन के तौर पर बजट पर नहीं बोलूंगा, किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को सदन ने श्रद्धांजलि नहीं दी, मैं भाषण के बाद दो मिनट के लिए किसानों के लिए मौन रहूंगा, इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने मौन धारण किया।