दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (वीके सक्सेना) पर आप विधायकों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। आप विधायकों ने इसकी जांच की मांग की है। इस मामले को लेकर एलजी वीके सक्सेना आप पार्टी के विधायकों पर केस करने की तैयारी में हैं।
LG सक्सेना करेंगे आतिशी, सौरभ और दुर्गेश पर केस
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी में हैं। राजनिवास के सूत्रों ने बताया कि आप विधायक आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक समेत पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ कानून का सहारा लिया जाएगा। दरअसल, आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। 29 अगस्त और 30 अगस्त 2022 को आप पार्टी के विधायकों ने इस मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा में हंगामा और नारेबाजी की थी। इस दौरान उपराज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ जांच कराए जाने की मांग की गई थी। आप विधायकों ने आरोप लगाया है कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) का अध्यक्ष रहते हुए वीके सक्सेना ने कथित तौर पर 1400 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया है।
आरोप झूठे और अवमाननापूर्ण- राजनिवास
राजनिवास के सूत्रों ने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप झूठे, गढ़े हुए और अवमाननापूर्ण हैं। इन आरोपों के खिलाफ उपराज्यपाल सक्सेना ने कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। आप विधायकों के अलावा डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन ऑफ दिल्ली के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। उधर, आम आदमी पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा कि हर कोई मानता है कि वीके सक्सेना की अध्यक्षता में केवीआईसी में बड़ा मनी लॉन्ड्रिंग घोटाला हुआ था, 2 गवाहों ने अपना हस्ताक्षरित बयान दिया है, फिर भी सीबीआई ने उन्हें कभी भी आरोपी नहीं बनाया और जांच के लिए भी एक बार नहीं बुलाया, हमारी मांग है कि इस घोटाले में उनकी भूमिका की जांच हो और जांच होने तक उन्हें एलजी पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, कानून सबके लिए समान रूप से लागू होना चाहिए।
जानिए क्या है मामला?
राजनिवास के सूत्रों ने बताया कि 8 नवंबर 2016 को भारत सरकार ने 1 हजार और 500 रुपए के नोट पर पाबंदी लगाई थी, 9 नवंबर को केवीआईसी की ओर से इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया गया, बाद में संज्ञान में आया कि खादी ग्रामोद्योग भवन के खाते में अलग-अलग तारीखों में कुछ नोटबंदी वाले नोट जमा किए गए। मुख्य सतर्कता अधिकारी ने जांच की। सीबीआई को भी इसकी जानकारी दी गई और इसी आधार पर दोनों एजेंसियों ने अप्रैल 2017 में औचक जांच-पड़ताल की। प्राथमिक जांच पड़ताल में दोषी पाए जाने पर खादी ग्रामोद्योग भवन के 4 अधिकारियों का निलंबन और स्थानांतरण भी किया गया।