Bihar: कार्तिक सिंह ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, CM नीतीश कुमार ने बदल दिया था विभाग

बिहार में महागठबंधन-2 सरकार से जुड़े विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही विवादों में घिरे कार्तिक सिंह का विभाग बुधवार को बदल दिया गया था, शपथ लेने के बाद कानून मंत्री बनाए गए कार्तिक सिंह को गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया। हालांकि, शाम होते-होते कार्तिक सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया।

कार्तिक सिंह ने दिया गन्ना उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा
विवादों में घिरे बिहार के मंत्री कार्तिक सिंह ने 31 अगस्त 2022 को गन्ना उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेजी दी। अब कार्तिक कुमार बिहार कैबिनेट के सदस्य नहीं रहे। गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को दिया गया है। इससे पहले कार्तिक कुमार का विभाग बदल दिया गया था, कानून मंत्रालय की जगह उन्हें गन्ना उद्योग मंत्रालय दिया गया था, जबकि गन्ना उद्योग मंत्रालय संभाल रहे शमीम अहमद को कानून मंत्रालय सौंपा गया।

कानून से गन्ना उद्योग मंत्री बनाए गए थे कार्तिक सिंह
ध्यान रहे कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने कानून मंत्री कार्तिक सिंह का 31 अगस्त 2022 को विभाग बदल दिया था। अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद कार्तिक सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की विपक्ष ने भारी आलोचना की थी। बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल सचिवालय द्वारा 30 अगस्त के एक आदेश के आलोक में उनको विधि विभाग के स्थान पर गन्ना उद्योग विभाग आवंटित किया गया था।

कार्तिक सिंह बने थे आरजेडी कोटे से मंत्री
दरअसल, कार्तिक सिंह ने 16 अगस्त 2022 को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नवगठित महागठबंधन सरकार में आरजेडी के कोटे से मंत्री के रूप में शपथ ली थी। भाजपा ने 2014 के अपहरण के एक मामले में कार्तिक सिंह के नामजद होने के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर सवाल खडा करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की थी। कार्तिक सिंह पर लगाए गए आरोपों के बारे में 17 अगस्त 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 18 अगस्त 2022 को कहा था कि वारंट के बाद अदालत ने गिरफ्तारी के खिलाफ अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है, उनको अभी तक अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है, हम अदालत के निर्देशों का पालन करेंगे।

कार्तिक सिंह को माना जाता है अनंत सिंह का करीबी
कार्तिक सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लंबित होने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने सुशील मोदी के बारे में कहा था कि ‘यह सब गलत है।’ बिहार में नवगठित महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही भाकपा माले ने 17 अगस्त 2022 को कहा था कि कानून मंत्री कार्तिक सिंह मंत्रिमंडल में बनाए रखने से सरकार की छवि खराब होगी। कार्तिक सिंह को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का करीबी माना जाता है।

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