अब पीएम मोदी के मेहनत के कायल हुए विरोधी इतिहासकार, राहुल गांधी को लेकर कह दी बड़ी बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी इतिहासकार भी अब उनकी मेहनत की तारीफ कर रहे हैं । नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सड़क पर उतरने वाले इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने उनकी तारीफ की है और उन्हें बेहद मेहनती बता है । तो वहीं, उन्होंने राहुल गांधी के यूरोप में छुट्टियां मनाने को लेकर कटाक्ष भी किया है ।

इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक कहे जाने वाले मशूहर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने पीएम मोदी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में ‘परिश्रमी और आत्मनिर्भर’नरेंद्र मोदी के सामने ‘पांचवी पीढ़ी के वंशज’राहुल गांधी के लिए कोई मौका नहीं है। वे केरल साहित्यिक समारोह (केएलएफ) के दूसरे दिन ‘देशभक्ति बनाम अंध राष्ट्रवाद’ विषय पर बोल रहे थे

‘राहुल को चुनकर मोदी को फायदा पहुंचाओगे’
61 साल के रामचंद्र गुहा ने कहा कि वे निजी तौर पर राहुल गांधी के खिलाफ नहीं हैं। वे एक भले और अच्छे संस्कार वाले आदमी हैं। लेकिन युवा भारत पांचवी पीढ़ी के वंशवादी को नहीं चाहता। यदि आप मलयाली 2024 में भी राहुल गांधी को दोबारा चुनने की गलती करोगे तो आप महज नरेंद्र मोदी को ही लाभ पहुंचाओगे।

मोदी की तारीफ में क्या कहा
इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 15 साल तक एक राज्य की सत्ता संभाली है, उन्हें प्रशासनिक अनुभव है, वे बेहद मेहनती इंसान हैं और वो कभी यूरोप में छुट्टी बिताने नहीं जाते हैं। ये सारी बातें पूरी गंभीरता से कह रहा हूं।

‘राहुल गांधी नहीं हैं मोदी’
गुहा ने कहा कि अगर आप लोग 2024 में दोबारा राहुल गांधी को चुनने की गलती करेंगे, तो इससे आप नरेंद्र मोदी को ही फायदा पहुंचाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो राहुल गांधी नहीं हैं।

‘राहुल गांधी को चुनकर विनाशकारी कदम उठाया’
गुहा ने कहा कि केरल ने कांग्रेस नेता को संसद के लिए चुनकर बेहद विनाशकारी कदम उठाया था। वामपंथी विचारक गुहा ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान एक महान दल रही कांग्रेस का ‘निराश पारिवारिक कंपनी’ में पतन हो गया है, जो भारत में हिंदुत्व और अंध राष्ट्रवाद के प्रभुत्व बढ़ने के कारणों में से एक है।

Load More Related Articles
Load More By admin
Load More In देश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

रजत जयंती पर विशेष : सरस मेला

सरस मेला : 25 वर्षों का शानदार सफ़र और गौरवशाली उपलब्धियाँ – चिरंजी लाल कटारिया- वर्…