20 मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे के मौके पर एनुअल हैप्पीनेस रिपोर्ट जारी की गई है। 137 देशों की लिस्ट में भारत 125वें पायदान पर है, जबकि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (108), म्यांमार (72), नेपाल(78), बांग्लादेश (102) और चीन (64) को लिस्ट में भारत से ऊपर रखा गया है। वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश बताया गया है, उसे लगातार छठवीं बार पहला स्थान मिला है।
लिस्ट में अफगानिस्तान अंतिम पायदान पर
वर्ल्ड हैप्पीनेस लिस्ट में अफगानिस्तान को 137वां यानि अंतिम स्थान मिला है, रिपोर्ट के मुताबिक, वहां के लोग सबसे ज्यादा दुखी हैं। सबसे कम खुशहाल देशों की लिस्ट में दूसरे देश- लेबनान, जिम्बॉब्वे, द डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो आदि देश हैं। इन देशों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है और लोगों में लंबा जीवन जीने की आशा काफी कम है।
UN सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोल्युशंस नेटवर्क द्वारा जारी
ये रिपोर्ट UN सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोल्युशंस नेटवर्क ने जारी की है। ये 150 से ज्यादा देशों के लोगों पर किए गए ग्लोबल सर्वे डाटा के आधार पर बनाई जाती है, इसमें जीडीपी पर कैपिटा, सोशल सपोर्ट, जीवन प्रत्याशा, आजादी, भ्रष्टाचार और उदारता जैसे फैक्टर्स का विशेष ध्यान रखा जाता है।
रूस-यूक्रेन की स्थिति भारत से बेहतर
रूस-यूक्रेन में पिछले एक साल से जंग चल रही है, फिर भी हैप्पीनेस इंडेक्स में उनकी पोजिशन भारत से बेहतर है। रूस को 70वें और यूक्रेन को 92वें नंबर पर रखा गया है। दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होने के बाद भी भारत लिस्ट में काफी निचले पायदान पर रहता है। ऐसे में कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि भारत संकट में फंसे देशों से भी नीचे क्यों है।