भड़काऊ भाषण देने के मामले में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को उत्तर प्रदेश के रामपुर की स्थानीय कोर्ट ने दोषी करार दिया है। अदालत ने आजम खान को इस मामले में 3 साल की सजा और 25 हजार रुपए का जुर्माना सुनाया है। दरअसल, हेट स्पीच का ये मामला 2019 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है, आजम ने कथित रूप से एक चुनावी सभा में आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की थीं।
अभी कानूनी रास्ते खुले हैं- आजम
समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आजम खान को रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने आज 27 अक्टूबर 2022 को हेट स्पीच के मामले में 3 साल की सजा सुनाई है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए भड़काऊ भाषण को लेकर कोर्ट ने उन्हें दोषी पाया और 3 साल के लिए जेल की सजा के साथ 25 हजार का जुर्माना लगाया है। हालांकि, सजा के ऐलान के कुछ ही समय बाद आजम खान को जमानत भी मिल गई। अदालत के बाहर आकर आजम खान ने पहला बयान दिया। आजम खान ने कहा कि मैं बेल पर हूं, इंसाफ का कायल हो गया हूं, हिम्मत नहीं हारा हूं, अभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, लड़ाई जारी रहेगी, अभी कानूनी रास्ते खुले हैं, अब ऊपरी अदालत में अपील करेंगे।
रामपुर सदर सीट पर होगा उपचुनाव
आजम खान को धारा 153A, 505A और 125 के तहत दोषी पाया गया है, ऐसे में उनकी विधानसभा की सदस्यता चली गई है। जानकारी के लिए बता दें कि विधानसभा में सदस्यता बरकरार रख पाने का नियम है कि विधायक पर कोई ऐसा बड़ा मुकदमा न हो जिस पर 2 साल या उससे ज्यादा की सजा हो, अगर ऐसा होता है तो विधायक की सदस्यता तय समय तक के लिए रद्द कर दी जाएगी और खाली हुई विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। ध्यान रहे कि आजम खान वर्तमान में रामपुर सदर सीट से विधायक हैं। आजम खान अब 6 साल तक के लिए चुनाव नहीं लड़ सकते, यह आजम खान के राजनीतिक कैरियर में एक बड़ा रोड़ा है और यूपी निकाय चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ी बाधा भी है।
आजम ने किया था अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्शन कैंपेन के दौरान आजम खान मिलक विधानसभा के एक गांव में जनसंबोधन कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने तत्कालीन डीएम, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर दिया था, जो अमर्यादित थी, इसको लेकर 27 जुलाई 2019 को भाजपा के नेता आकाश सक्सेना ने आजम खान के खिलाफ केस दर्ज कराया था। 3 साल बाद इस मामले में आजम खान को दोषी पाया गया और इसके साथ ही उनका राजनीतिक कैरियर संकट में चला गया है।