यौन उत्पीड़न के आरोपों पर WFI ने खेल मंत्रालय को दिया जवाब, कहा- अध्यक्ष को बदनाम करने की हो रही साजिश

भारत के शीर्ष पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने आज केंद्रीय खेल मंत्रालय को दिया जवाब दिया है। भारतीय कुश्ती महासंघ ने कहा कि जिस तरीक़े से प्रदर्शनकारी और पहलवान धरना देकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, उसे यह प्रतीत होता है कि कुछ पहलवान निजी स्वार्थ के लिए एक षड्यंत्र के तहत भारतीय कुश्ती महासंघ और अध्यक्ष की छवि खराब कर रहे हैं।

WFI ने 72 घंटे के अंदर दिया जवाब
यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भारतीय कुश्ती महासंघ ने आज 21 जनवरी 2023 को केंद्रीय खेल मंत्रालय को जवाब भेज दिया है। खेल मंत्रालय की ओर से 72 घंटे में जवाब मांगा गया था। खेल मंत्रालय को भेजे गए अपने जवाब में कुश्ती महासंघ ने खिलाड़ियों के धरने को निजी स्वार्थ और मौजूदा प्रबंधन को हटाने के लिए षड्यंत्र करार दिया है। कुश्ती महासंघ ने यह भी कहा है कि ये कुश्ती महासंघ और अध्यक्ष को बदनाम करने की साजिश है।

उनका उद्देश्य है अध्यक्ष को बदनाम करना
यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कुश्ती महासंघ ने लिखा है कि जिस तरीके से प्रदर्शनकारी और पहलवान धरना देकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, उसे यह प्रतीत होता है कि कुछ पहलवान निजी स्वार्थ के लिए एक षड्यंत्र के तहत कुश्ती महासंघ की छवि खराब कर रहे हैं और और अपने से कमज़ोर पहलवानों पर दबाव बनाकर अपनी जमीन बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं, उनका उद्देश्य कुश्ती महासंघ और अध्यक्ष को बदनाम करना है।

किसी अनुचित दबाव में विरोध- WFI
भारतीय कुश्ती महासंघ ने खेल मंत्रालय को बताया कि संघ के संचालन में व्यक्तिगत रूप से अध्यक्ष समेत किसी की भी मनमानी नहीं चल सकती और कुप्रबंधन की भी कोई गुंजाइश नहीं है। कुश्ती महासंघ ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले पहलवान डब्ल्यूएफआई के मौजूदा प्रबंधन को बदनाम करने के लिए व्यक्तिगत हित में या किसी अनुचित दबाव में विरोध कर रहे हैं। कुश्ती महासंघ की ओर से कहा गया कि इस विरोध प्रदर्शन में डब्ल्यूएफआई के मौजूदा प्रबंधन को हटाने के लिए कुछ व्यक्तिगत और छिपे हुए एजेंडे हैं।

आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित
गौरतलब है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर देश के चोटी के पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए 20 जनवरी को 7 सदस्यीय समिति गठित की जिसमें एमसी मैरीकॉम, योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।

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